सोमवार, ११ फेब्रुवारी, २०१९

दत्त स्तुती




जगदाधारा श्रीदत्ता
भक्तवत्सला श्रीदत्ता
दीनदयाळा श्रीदत्ता
कृपाकटाक्षा श्रीदत्ता

अघतमखंडा श्रीदत्ता
विघ्नविनाशक श्रीदत्ता
कलीमलभंजक श्रीदत्ता
शरण्य रक्षक श्रीदत्ता

अनादिसिद्धा श्रीदत्ता
सगुणसाध्या श्रीदत्ता
ब्रह्मस्वरूपा श्रीदत्ता
हृदयी स्थित श्रीदत्ता


कोटी सूर्यसम श्रीदत्ता
नवांकुरागत श्रीदत्ता
मनागम्य श्रीदत्ता
विग्रहसुंदर श्रीदत्ता

कणकण स्थि श्रीदत्ता
मनमन मित श्रीदत्ता
क्षणक्षण रिक्त श्रीदत्ता
विक्रांत वरदा श्रीदत्ता

नित्य निरंजन श्रीदत्ता
सत्य संजीवन श्रीदत्ता
जगजीव वंदन श्रीदत्ता
भवभयहरण श्रीदत्ता
अनसूयानंदा श्रीदत्ता
अत्रेयनंदना श्रीदत्ता
दुर्वासानुजा श्रीदत्ता
शशिकरप्रिया श्रीदत्ता

गिरनारी तप श्रीदत्ता
काशीपुरी जप श्रीदत्ता
कोल्हापुरी क्षुब्ध श्रीदत्ता
माहुरी निद्रिस्त श्रीदत्ता

सदा स्मृतगामी श्रीदत्ता
वदा भक्तकामी श्रीदत्ता
सर्व वृतीधारी श्रीदत्ता
जयजय जय श्रीदत्ता
**

© डॉ..विक्रांत प्रभाकर तिकोणे
http://kavitesathikavita.blogspot.in

कोणत्याही टिप्पण्‍या नाहीत:

टिप्पणी पोस्ट करा

ठसा

ठसा **** जया प्रकाशाची हाव   ज्याचे आकाशाचे गाव  त्याचे दत्तात्रेय ठाव  ठरलेले ॥१ जया कळते बंधन  जरा जन्माचे कारण  तया दत्ताचे स...